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Workshop 5th Day
Posted on 05/09/2025
पर्यावरण, शिक्षा और सृजनात्मकता का उत्सव सम्पन्न
राजकीय महाविद्यालय फतेहाबाद द्वारा रीसाइकलिंग, ऊर्जा एवं संरक्षण तथा शून्य अपशिष्ट सतत भविष्य विषय पर आयोजित पाँच दिवसीय इंटर- कॉलेज कार्यशाला का आज सफलतापूर्वक समापन हुआ। इस कार्यशाला ने विद्यार्थियों को न केवल पर्यावरणीय मुद्दों की गंभीरता से अवगत कराया, बल्कि उनके भीतर नवाचार, रचनात्मकता और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को भी जाग्रत किया।
कार्यशाला का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जय भगवान यादव के प्रेरणादायक उद्बोधन से हुआ, जिसमें उन्होंने शून्य अपशिष्ट जीवनशैली को आज की आवश्यकता बताया और विद्यार्थियों को व्यवहारिक जीवन में पर्यावरण-संवेदनशील बनने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा अब केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रह गई, बल्कि यह समय व्यवहारिक परिवर्तन का है। इस कार्यशाला के माध्यम से छात्र-छात्राओं को यह सिखाया गया कि कैसे रीसाइक्लिंग और ऊर्जा संरक्षण के माध्यम से हम सतत विकास की दिशा में ठोस कदम बढ़ा सकते हैं।
पाँच दिनों तक चली इस कार्यशाला में प्रतिदिन विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों के व्याख्यान, संवाद सत्र और व्यवहारिक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। विद्यार्थियों ने अपशिष्ट सामग्री से उपयोगी और आकर्षक वस्तुएँ तैयार कर यह सिद्ध किया कि नवाचार की शुरुआत छोटे प्रयासों से भी संभव है। बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट थीम पर बनाए गए उत्पादों में सजावटी सामान, हैंडमेड क्राफ्ट्स, इको-फ्रेंडली वस्तुएँ और घर की सजावट के आइटम शामिल रहे।
कार्यशाला के अंतिम दिन महाविद्यालय सहित अन्य संस्थानों से आए विद्यार्थियों में विशेष उत्साह देखने को मिला। कृषि विकास अधिकारी श्री राहुल चौहान ने छात्रों को सरल भाषा में बताया कि कैसे आधुनिक खेती में कीटनाशकों और रसायनों का अत्यधिक उपयोग फलों और सब्जियों को हानिकारक बना रहा है। उन्होंने इनके सुरक्षित विकल्प भी साझा किए, जिससे छात्रों को अपने स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के प्रति सजग रहने की प्रेरणा मिली।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित प्रमुख समाजसेवी एवं सद्गुरु कृपा अपना घर आश्रम मंगल धाम राधिका सदानंद सेवा धाम फतेहाबाद के संचालक श्री विनोद तायल ने छात्रों द्वारा तैयार की गई वस्तुओं की भूरी-भूरी प्रशंसा की और उन्हें स्वरोजगार की दिशा में इन प्रयासों को आगे बढ़ाने की सलाह दी। जवाहर नवोदय विद्यालय खाराखेड़ी के प्रधानाचार्य डॉ. अनूप ने बच्चों की रचनात्मकता को सराहा और कहा कि इस प्रकार की गतिविधियाँ विद्यार्थियों को आत्मनिर्भरता और पर्यावरणीय चेतना की ओर प्रेरित करती हैं। गांव मताना के सरपंच श्री दलबीर वर्मा ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए भविष्य में भी ऐसे आयोजन जारी रखने की बात कही।
इस अवसर पर कार्यक्रम स्थल पर आमंत्रित अतिथियों द्वारा पौधारोपण भी किया गया, जिससे पर्यावरण के प्रति जागरूकता का सशक्त संदेश समाज को दिया गया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह स्वरूप ‘इनडोर प्लांट’ भेंट किए गए, जो आयोजन की हरित थीम के प्रतीक रहे।
शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों को “Best with Waste” प्रशिक्षण प्रदान करने वाले श्रीमती ललिता एवं श्रीमती सीमा को प्रशंसा पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाले सभी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए, जो उनकी सहभागिता और सीखने के प्रति समर्पण का प्रतीक रहे।
कार्यक्रम के कुशल संचालन की जिम्मेदारी डॉ. कपिल देव और श्री पवन कुमार ने निभाई, जिन्होंने आयोजन सचिव के रूप में सभी व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से संपन्न कराया। डॉ. स्वाति द्वारा जलपान और आतिथ्य सत्कार की व्यवस्था अत्यंत व्यवस्थित रूप से की गई। आयोजन समिति में श्री दिनेश कुमार, श्री अशोक (पुस्तकालय सहायक), श्री पवन (एल.ए) और श्री संदीप (क्लर्क) का भी विशेष योगदान रहा। छात्रों का अनुशासन, सक्रियता और समर्पण इस पूरे आयोजन की विशेषता बनी रही।
यह कार्यशाला विद्यार्थियों के लिए केवल एक शैक्षणिक अनुभव नहीं रही, बल्कि यह एक जीवनदायी सन्देश देने वाली प्रक्रिया रही, जिसने उन्हें पर्यावरण संरक्षण की दिशा में व्यक्तिगत योगदान देने के लिए प्रेरित किया। राजकीय महाविद्यालय फतेहाबाद की यह पहल आने वाले समय में समाज को हरित, स्वच्छ और जागरूक बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम साबित होगी।
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